Bible Vachan in Hindi | बाइबिल वचन हिंदी में

Bible Vachan in Hindi

Bible Vachan in Hindi | बाइबिल वचन हिंदी में

बाइबल वचन हमें अपने जीवन को अधिक सार्थक और समझदार बनाने में मदद करते हैं। ये वचन हमें सच्ची ज्ञान और दिशा देते हैं जो हमें अपने समस्याओं के समाधान के लिए उन्नत और उच्चतम तरीकों की ओर ले जाते हैं। ये वचन हमें उचित मार्गदर्शन देते हैं जो हमें धर्म, जीवन, संबंध और आत्मा से संबंधित सभी मुद्दों के समाधान के लिए मदद करते हैं।

बाइबल में हमें सच्चे और अचूक संदेश मिलते हैं जो हमें सफलता और खुशहाली की ओर ले जाते हैं। Bible Vachan in Hindi वचनों का अनुसरण करने से हम अपने जीवन को अधिक संतुलित बना सकते हैं और अपने बीते कल से सीख कर आने वाले कल के लिए तैयार हो सकते हैं।

बाइबल वचन हमें समझाते हैं कि भगवान हमेशा हमारे साथ होते हैं, हमें अपने पापों से मुक्त करते हैं और हमें उचित दिशा देते हैं। इन वचनों में सभी असंभव लगने वाली समस्याओं का समाधान मिलता है, जैसे कि संबंधों की असफलता, धन समस्याएं, सेहत समस्याए.

250 Best Bible Vachan in Hindi

  1. “यहोवा सब कुछ करता है।” – भजन संग्रह 147:5
  2. “भगवान सब कुछ होते हुए भी अकेले हैं।” — यशयाहू 45:5
  3. “सच्चाई से प्रेम करो और सत्य की तरफ़ खींचो।” – योहाना 3:21
  4. “आत्मा की शक्ति से आगे बढ़ो।” – 2 तीमुथियुस 1:7
  5. “धरती और आकाश कुछ नहीं है पर यहोवा हमारे साथ है।” – यहोशूआ 1:9
  6. “जो मेरे पास आता है, मुख्य उपयोग कभी भी नहीं छोड़ूंगा।” – यहोवा, इब्रानियों 13:5
  7. “सृष्टि के शिल्पकार कौन है? यहोवा ही है।” – भजन संग्रह 95:5
  8. “प्रभु तुम्हारे अंदर है, तुम कभी नहीं गिर सकते।” – तहलीम 16:8
  9. “जो भी यहोवा के शरण में है, उसका बल विकसित होगा।” – भजन संग्रह 31:24
  10. “जो यहोवा पर विश्वास करते हैं, वे नई शक्ति प्राप्त करते हैं।” — यशयाहू 40:31
  11. “दसरो के लिए वही करो जो तुम्हारे लिए चाहते हो।” — मत्ती 7:12
  12. “जो कुछ तुम्हारे हाथ काम आए, उसमें से उतना ही दो जितना तुम्हारे लिए उच्च हो।” – वचन सागर 6:8
  13. “जो देने की इच्छा करता है, उससे यहोवा खुश होता है।” – 2 कुरिन्थियों 9:7
  14. “यहोवा आपकी रक्षा करता है; यहोवा आपके साथ है जिससे आप डरना नहीं चाहते।” – तहलीम 121:5-6
  15. “भगवान का वचन जीवन का प्रकाश है।” – भजन संग्रह 119:105
  16. “जब तुम्हारा अंत आएगा, तब तुम्हारे सामने प्रभु होगा।” – 2 तीमुथियुस 4:17
  17. “जो प्रभु का नाम लेता है, उसका बचा होता है।” — योएल 2:32
  18. “भगवान ने हमें प्यार दिया है, इसलिए हमें एक दूसरे से प्यार करना चाहिए।” – 1 योहन्ना 4:11
  19. “प्रभु हमारे सामने चलेंगे, हमें कभी अकेले नहीं छोड़ेंगे।” – देवारीम 31:6
  20. “भगवान हमारे साथ है, इसलिए हमें डरने की कोई जरूरत नहीं है।” – तहलीम 23:4
  21. “यहोवा आपको आशीर्वाद दे और आपको रक्षा करे।” – गिनती 6:24-26
  22. “सच्चाई का प्रभु हमारे साथ है।” — यशायाहू 45:25
  23. “जो यहोवा की शरण में है, उसका मन शांत होता है।” – तहलीम 34:9
  24. “प्रभु हमेशा हमारे साथ है, इसलिए हम डर नहीं सकते।” — यशयाहू 41:10
  25. “जो प्रभु के वचन को सुनता है, उससे जीवन प्राप्त होता है।” — योहाना 6:63
  26. “भगवान हमारे लिए प्रेम है।” – 1 योहन्ना 4:8
  27. “जो प्रभु के पीछे चलता है, उसे कभी अंधा नहीं होता।” — योहाना 8:12
  28. “प्रभु ने हमें प्यार दिया है, इसलिए हमें एक दूसरे से प्यार करना चाहिए।” — योहाना 13:34
  29. “जो कोई आदमी प्रभु में है, वह नई सृष्टि है।” – 2 कुरिन्थियों 5:17
  30. “प्रभु का शब्द हमेशा सच होता है।” – तहलीम 33:4
  31. “यहोवा सब पर दयालु और कृपालु है।” – तहलीम 145:8
  32. “प्रभु ने हमें अपने पुत्र के रूप में चुना है, इसलिए हमें उसके प्रिय हैं।” — इफिसियों 1:5
  33. “जो प्रभु के वचन को सुनता है, वह जीवित रहता है।” — योहाना 5:24
  34. “जो यहोवा की शरण में है, उसको कभी कोई नुक्सान नहीं होता।” – तहलीम 91:1-2
  35. “प्रभु हमारे लिए बल है और हमें शक्ति देता है।” – नहूम 1:7
  36. “जो प्रभु के नाम को लिए बिना बचेगा, हमें न्याय नहीं मिलेगा।” — रोमियों 10:13
  37. “भगवान हमेशा सचाई का मार्ग बता रहा है।” – तहलीम 25:4-5
  38. “प्रभु का प्यार हमारे सामने है और हमें उसकी शरण में आना चाहिए।” – 1 योहन्ना 4:19
  39. “यहोवा हमारे लिए मजबूती है और हमें रक्षा कर्ता है।” – तहलीम 18:2
  40. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, वह उसके पुत्र का समान है।” — योहन्ना 10:27-28
  41. “प्रभु हमारे हमारे अपमान से बचाता है और हम उसके शरण में रखते हैं।” – तहलीम 31:20
  42. “जो कोई प्रभु में है, वह नई सृष्टि है।” – 2 कुरिन्थियों 5:17
  43. “प्रभु ने हमें प्यार दिया है, इसीलिए हमें अपने भाईयों से प्यार करना चाहिए।” – 1 योहन्ना 4:21
  44. “प्रभु हमारे लिए एक घर है, जिस्मे हम सुरक्षित है।” – तहलीम 91:1-2
  45. “जो प्रभु की या से है, उसके लिए सब कुछ संभव है।” — मरकुस 10:27
  46. “प्रभु हमें आपके विश्वास के अनुसर देता है।” — मथाई 9:29
  47. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, वह हमेशा जीवित रहता है।” — योहाना 5:24
  48. “यहोवा हमारे लिए एक शक्तिशाली आधार है और हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – नहूम 1:7
  49. “प्रभु ने हमें अपने पुत्र के रूप में प्यार दिया है, इसलिए हमें उसकी शरण में रहना चाहिए।” — योहाना 3:16
  50. “प्रभु हमारे लिए एक मुक्ति का स्तंभ है और हममें विश्वास रखना चाहिए।” – 1 कुरिन्थियों 1:18

50 More Bible Vachan in Hindi

  1. “जो कोई प्रभु के लिए जीवन खोता है, वह उपयोग पाता है।” — मथाई 10:39
  2. “प्रभु के पास जितने भी वचन हैं, सब सच होते हैं।” – 2 शमूएल 7:28
  3. “जो कोई प्रभु के वचन को चुनता है, उससे सच्चाई का ज्ञान मिलता है।” — योहाना 8:31-32
  4. “प्रभु ने हमें अपने प्रेम का वरदान दिया है, इसीलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – इफिसियों 2:4-5
  5. “जो कोई प्रभु के शरण में है, वह सुरक्षित है।” – तहलीम 91:1-2
  6. “प्रभु हमें आपके पवित्र चरित्र के अनुसर बचाता है।” – तहलीम 25:20-21
  7. “जो कोई प्रभु के लिए जीवन खोता है, वह जीवित रहता है।” — मथाई 16:25
  8. “प्रभु ने हमें अपने वचन के अनुसर बचाया है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” – 2 तीमुथियुस 3:16-17
  9. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसके भीतर जीवन की प्रेरणा है।” — योहाना 6:63
  10. “प्रभु ने हमें अपने अनंत प्रेम से प्यार किया है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” – यिर्मयाह 31:3
  11. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, वह एक धन है।” – याकूब 1:25
  12. “प्रभु हमारे लिए एक रक्षा स्तंभ है और हममें विश्वास रखना चाहिए।” – तहलीम 27:1
  13. “प्रभु हमें आपके पवित्र रूप के अनुसर बचाता है।” – तहलीम 31: 1-5
  14. “जो कोई प्रभु के वचन को पालन करता है, वह जीवित रहता है।” — लूका 11:28
  15. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा दोस्त है, जो हमारे सब दुख और दर्द को समझ है।” — योहन्ना 15:15
  16. “जो कोई प्रभु के शरण में है, वह कभी भी निराश नहीं होता है।” — तहलीम 34:22
  17. “प्रभु हमें आपके प्रेम के दर्शन देते हैं और हममें विश्वास रखना चाहिए।” – 1 कुरिन्थियों 13:12
  18. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, वह प्रभु के पुत्र के रूप में जन्म लेता है।” — योहन्ना 1:12
  19. “प्रभु हमें अपने वचन के द्वार ज्ञान देते हैं, इस्लिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – 2 पतरस 1:3
  20. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसके विषय में प्रभु विश्वास की रक्षा करता है।” – 2 तीमुथियुस 1:12
  21. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से बचाता है, इसलिये हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” – योहाना 3:17
  22. “जो कोई प्रभु के लिए जीवन खोता है, वह एक सच्चे आनंद का अनुभव करता है।” — मथाई 5:10
  23. “प्रभु हमारे लिए एक महान रक्षा कर्ता है और हमें विश्वास रखना चाहिए।” – तहलीम 18:2
  24. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको प्रभु की आत्मा का अनुभव होता है।” — योहाना 14:26
  25. “प्रभु हमें आपके प्रेम के दर्शन देते हैं और हममें विश्वास रखना चाहिए।” – 1 योहन्ना 4:7-8
  26. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसके लिए सब कुछ संभव है।” — मथाई 19:26
  27. “प्रभु हमारे लिए एक शक्तिशाली विश्वास है और हममें विश्वास रखना चाहिए।” – तहलीम 62:6-8
  28. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, वह प्रभु के पुत्र के रूप में जन्म लेता है।” — मथाई 12:50
  29. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से प्यार करते हैं, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहन्ना 15:9-10
  30. “प्रभु हमारे लिए एक साथी है, जो हमेशा हमारे साथ होता है।” – तहलीम 16:8-9
  31. “जो कोई प्रभु के वचन को पालन करता है, वह जीवन में कभी भी अंधाकार में नहीं जाता।” — योहाना 8:12
  32. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से मुक्ति देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 8:36
  33. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु की शांति का अनुभव होता है।” — योहाना 14:27
  34. “प्रभु हमारे लिए एक रक्षा कवच है, जो हमें सब तरह की खतरों से बचाता है।” – तहलीम 91:1-2
  35. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको जीवन का सच्चा आधार मिलता है।” — मथाई 7:24-25
  36. “प्रभु हमें आपके प्रेम के दर्शन देते हैं और हममें विश्वास रखना चाहिए।” – 1 योहन्ना 4:16
  37. “जो कोई प्रभु के लिए जीवन खोता है, वह आत्मा के विषय में सच्चे ज्ञान का अनुभव करता है।” — योहन्ना 17:3
  38. “प्रभु हमारे लिए एक साथी है, जो हमें हमेशा साथ देता है।” – तहलीम 23:4-6
  39. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन का अनुभव होता है।” — योहाना 5:24
  40. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से शक्ति देता है, इसलिये हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” – फिलिप्पियों 4:13
  41. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सही राह दिखाती जाती है।” – तहलीम 119:105
  42. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चे कर्मयोगी है, जो हमारे हमारे कर्मों के द्वार मुक्ति दिलाते हैं।” — मथाई 5:16
  43. “जो कोई प्रभु के वचन को पालन करता है, वह सच्चे प्रेम की आत्मा के साथ जीवन में चलता है।” – 1 योहन्ना 2: 5-6
  44. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से शांति देता है, इस लिए हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 16:33
  45. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वार जीवन की सच्चाई का अनुभव होता है।” — योहाना 8:31-32
  46. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको सच्ची प्रकाश की अनुभूति होती है।” — योहाना 8:12
  47. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से पवित्र बनाता है, इसलिए हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” – 1 कुरिन्थियों 6:11
  48. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के प्यार का अनुभव होता है।” — योहन्ना 14:21
  49. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा मित्र है, जो हमें हमेशा साथ देता है।” — योहन्ना 15:15
  50. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन के आनंद का अनुभव होता है।” — योहाना 10:10

Few More Bible Vachan in Hindi

  1. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से मुक्ति देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – इफिसियों 2:8-9
  2. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चे जीवन के दर्शन मिलते हैं।” — योहाना 6:35-36
  3. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चे गुरु है, जो हमें जीवन की सच्ची का रास्ता दिखता है।” — योहाना 14:6
  4. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको सच्ची चेतना के अनुभव होते हैं।” — योहाना 6:63
  5. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से मुक्ति देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – 2 तीमुथियुस 1:7
  6. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु की अनुग्रह से मुक्ति मिलती है।” — योहन्ना 1:12
  7. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा साथी है, जो हमें हमेशा साथ देता है।” – तहलीम 27:1
  8. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्ची शांति का अनुभव होता है।” — योहाना 14:27
  9. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से विश्वास देता है, इस्लिए हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” – 2 कुरिन्थियों 5:7
  10. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चे जीवन के दर्शन मिलते हैं।” — योहाना 6:48
  11. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा रक्षा कवच है, जो हमें सब तरह की खतरों से बचाता है।” – तहलीम 18:2
  12. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा जीवन और जीवन की अनुभूति देता है।” — योहाना 10:10
  13. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चे मुक्ति का अनुभव मिलाता है।” — योहाना 8:31-32
  14. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा उद्धारक है, जो हमें पापोन से छुड़ाता है।” – योहाना 3:17
  15. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन की अनुभूति होती है।” — योहाना 15:10
  16. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा प्यार और दया देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 3:16
  17. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा जीवन मिलाता है।” — योहाना 5:24
  18. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा शिक्षक है, जो हमें जीवन की सच्चाई का ज्ञान देता है।” — मथाई 11:29
  19. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहाना 6:68
  20. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा शांति और आनंद देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 14:27
  21. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्ची संतुष्टि और सुख की अनुभूति मिलती है।” — योहाना 6:35
  22. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा मुक्ति डेटा है, जो हमें सब तरह के बंधनों से मुक्त करता है।” — योहाना 8:36
  23. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहाना 12:26
  24. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्ची शिक्षा और ज्ञान देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 14:26
  25. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्ची शांति और सुकून की अनुभूति मिलती है।” — योहन्ना 14:1
  26. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा सचेत है, जो हमें जीवन की सच्ची को जानने में मदद करता है।” — योहाना 16:13
  27. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा विश्वास और आस्था देता है, इस्लिए हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” — योहन्ना 20:29
  28. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा विश्वास और आस्था मिलाता है।” — योहाना 6:47
  29. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा मार्ग प्रचारक है, जो हमें जीवन की सही दिशा देता है।” — योहाना 14:6
  30. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहाना 14:23
  31. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा बल और शक्ति देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहन्ना 15:5
  32. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा बल और शक्ति मिलाता है।” — योहाना 6:63
  33. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा मित्र है, जो हमें हर समय साथ देता है।” — योहन्ना 15:15
  34. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहन्ना 10:27-28
  35. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा प्रेम और दया देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 3:16
  36. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा प्रेम और दया मिलाता है।” — योहाना 13:34
  37. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा रक्षक है, जो हमें हर समय सुरक्षित रखता है।” — योहाना 10:28-29
  38. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहन्ना 15:7
  39. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा शांति और आनंद देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 16:33
  40. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्ची शांति और आनंद की अनुभूति मिलती है।” — योहाना 14:27
  41. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा परमेश्वर है, जो हमें सब कुछ दे सकता है।” — फिलिप्पियों 4:19
  42. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा उद्धार और मुक्ति देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” – योहाना 3:36
  43. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा उद्धार और मुक्ति मिलाता है।” — योहाना 8:31-32
  44. “प्रभु हमारे लिए एक सच्ची सुरक्षा है, जो हमें सब प्रकार के खतरों से बचाता है।” – भजन 91: 2-4
  45. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहन्ना 15:10-11
  46. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा क्षमा और शुद्धि देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – 1 योहन्ना 1: 9
  47. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा क्षमा और शुद्धि मिलती है।” — योहन्ना 1:7
  48. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा वरदान है, जो हमें सब कुछ दे सकता है।” – जेम्स 1:17
  49. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहाना 5:24
  50. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा विश्राम और शांति देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — मत्ती 11:28

Bible Vachan Hindi

  1. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा विश्राम और शांति मिलाता है।” — योहाना 14:27
  2. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा आधार है, जो हमें हर समय सही दिशा देता है।” – मिशली 3:5-6
  3. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहाना 8:12
  4. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा बलिदान और सेवा-भाव देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 15:13
  5. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा बलिदान और सेवा-भाव मिलाता है।” – योहन्ना 13: 34-35
  6. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा गुरु है, जो हमें हर समय सही मार्ग दिखाता है।” – भजन 25:8-9
  7. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा स्नेह और प्रेम देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहाना 3:16
  8. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा स्नेह और प्रेम मिलाता है।” – 1 योहन्ना 4:7-8
  9. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा साथी है, जो हमें हर समय साथ देता है।” — इब्रानियों 13:5
  10. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — योहाना 10:10
  11. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्ची शक्ति और सहयोग देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – फिलिप्पियों 4:13
  12. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा शक्ति और सहयोग मिलता है।” – भजन 46: 1
  13. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा नेता है, जो हमें हर समय सही दिशा देता है।” – यशायाह 9:6-7
  14. “जो कोई प्रभु के वचन को सुनता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — मत्ती 7:24
  15. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा समर्पण और विश्वास देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” — योहन्ना 14:1
  16. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा समर्पण और विश्वास मिलाता है।” — योहन्ना 11:25-26
  17. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा उद्धारक है, जो हमें सब प्रकार के पाप से बचाता है।” — योहाना 8:34-36
  18. “जो कोई प्रभु के वचन को करता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — मत्ती 6:33
  19. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा सुख और ख़ुशी देता है, इसलिये हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” – भजन 16:11
  20. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा सुख और खुशी मिलाता है।” — योहन्ना 16:22
  21. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा दयालु है, जो हमारे सारे दुख और दर्द को दूर करता है।” – भजन 34: 18-19
  22. “जो कोई प्रभु के वचन को मानता है, उसको सच्चा जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — मत्ती 4:4
  23. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा शांति और समाधान देता है, इस लिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — फिलिप्पियों 4:7
  24. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा शांति और समाधान मिलाता है।” — योहाना 14:27
  25. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा रक्षक है, जो हमें सब प्रकार के खतरों से बचाता है।” – भजन संहिता 121:7-8
  26. “जो कोई प्रभु के वचन को पढ़ता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — यहोशू 1:8
  27. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा उद्धार और मुक्ति देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – योहाना 3:36
  28. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा उद्धार और मुक्ति मिलाता है।” — योहाना 8:12
  29. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा प्रिया है, जो हमें हमेशा प्रेम देता है।” — रोमियों 8:38-39
  30. “जो कोई प्रभु के वचन को समझ है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” – नीतिवचन 3:5-6
  31. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा आनंद और ख़ुशी देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – भजन संहिता 118:24
  32. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा आनंद और खुशी मिलाता है।” — योहाना 15:11
  33. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा मित्र है, जो हमें हर समय साथ देता है।” – नीतिवचन 18:24
  34. “जो कोई प्रभु के वचन को निभाता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” – जेम्स 1:22
  35. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा विश्वास और आश्रय देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – भजन 91: 2
  36. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा विश्वास और आश्रय मिलाता है।” – इब्रानियों 11: 1
  37. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा दया और क्षमा देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — इफिसियों 4:32
  38. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा दया और क्षमा मिलाता है।” — कुलुस्सियों 3:13
  39. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा मार्गदर्शक है, जो हमें हर समय सही रहता है दिखाता है।” – भजन संहिता 119:105
  40. “जो कोई प्रभु के वचन को मानता है, उसको सच्चा जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — मत्ती 7:24
  41. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा प्रेम और सहानुभूति देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” — रोमियों 12:9-10
  42. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा प्रेम और सहानुभूति मिलाता है।” – 1 कुरिन्थियों 13:4-8
  43. “प्रभु हमारे लिए एक सच्ची शक्ति है, जो हमें हर समय ताकत देता है।” – फिलिप्पियों 4:13
  44. “जो कोई प्रभु के वचन को पढ़ता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” – 2 तीमुथियुस 3:16-17
  45. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा विचार और बुद्धि देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — फिलिप्पियों 4:8
  46. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा विचार और बुद्धि मिलाता है।” – नीतिवचन 2:6-7
  47. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा राह दिखाने वाला है, जो हमें हमेशा सही राह पर चलने में मदद करता है।” – यशायाह 30:21
  48. “जो कोई प्रभु के वचन को निभाता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” — यूहन्ना 15:10
  49. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा समर्थन और सहयोग देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” – भजन 46: 1-2
  50. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा समर्थन और सहयोग मिलाता है।” — फिलिप्पियों 4:19

50 Bible Vachan in Hindi

Bible Vachan in Hindi
  1. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा ज्ञान है, जो हमें हर समय सही जवाब देता है।” — कुलुस्सियों 2:2-3
  2. “जो कोई प्रभु के वचन को मानता है, उसे सच्ची शांति और सुकून मिलता है।” — फिलिप्पियों 4:7
  3. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा भरोसा और विश्वास देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – नीतिवचन 3:5-6
  4. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा भरोसा और विश्वास मिलाता है।” – भजन 9:10
  5. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा रक्षक है, जो हमें हर समय सुरक्षित रखता है।” – भजन 121:7-8
  6. “जो कोई प्रभु के वचन को याद रखता है, उसे सच्चा सम्मान और मान मिलता है।” — यूहन्ना 12:26
  7. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा नियम और नियमित जीवन देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” – नीतिवचन 4:13
  8. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा नियम और नियमित जीवन मिलाता है।” – जेम्स 1:22
  9. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा स्वर्ग और जीवन की आशा है, जो हमें हमेशा खुशी देता है।” — यूहन्ना 14:2-3
  10. “जो कोई प्रभु के वचन को निभाता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” – जेम्स 1:25
  11. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा आशीर्वाद और कृपा देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – गिनती 6:24-26
  12. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा आशीर्वाद और कृपा मिलाता है।” — रोमियों 8:32
  13. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा अनुग्रह और कृपा का स्रोत है, जो हमें हमेशा नए साहस और उत्साह के साथ चलने की शक्ति देता है।” – इफिसियों 2:8-9
  14. “जो कोई प्रभु के वचन को पढ़ता है, उसको सच्चे जीवन और जीवन की आनंद की अनुभूति होती है।” – भजन 119: 9-11
  15. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा संतोष और आनंद देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — फिलिप्पियों 4:11-12
  16. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा संतोष और आनंद मिलाता है।” – भजन 16:11
  17. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा सहारा और मदद देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – भजन 46: 1-3
  18. “जो कोई प्रभु के वचन को मानता है, उसे सच्ची शिक्षा और ज्ञान मिलाता है।” – नीतिवचन 2: 1-5
  19. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा साथी और मित्र है, जो हमें हर समय साथ देता है।” – इब्रानियों 13:5-6
  20. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा साथी और मित्र मिलाता है।” – भजन 37:4-6
  21. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा विनमृत और दया देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — कुलुस्सियों 3:12
  22. “जो कोई प्रभु के वचन को याद रखता है, उसे सच्चे क्षमा और दया का अनुभव होता है।” — मत्ती 6:14-15
  23. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा परमेश्वर है, जो सब कुछ जनता है और हमारे सभी काम को देखता है।” – भजन 139: 1-3
  24. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा परमेश्वर का ज्ञान मिलाता है।” — यिर्मयाह 29:12-13
  25. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा संयम और नियम देता है, इस्लिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — तीतुस 2:11-12
  26. “जो कोई प्रभु के वचन को याद रखता है, उसको सच्चे संयम और नियम का अनुभव होता है।” – 1 कुरिन्थियों 9: 25-27
  27. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा उद्धार और मुक्ति का साधन है, जो हमें सभी पाप से मुक्ति देता है।” — रोमियों 6:23
  28. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा उद्धार और मुक्ति मिलाता है।” — यूहन्ना 8:31-32
  29. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा प्रेम और प्यार देता है, इसलिए हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – 1 यूहन्ना 4:7-8
  30. “जो कोई प्रभु के वचन को मानता है, उसको सच्चा प्रेम और प्यार का अनुभव होता है।” – 1 कुरिन्थियों 13:4-7
  31. “प्रभु हमारे लिए एक सच्ची सुरक्षा और रक्षा का साधन है, जो हमें सभी खतरों से बचाता है।” – भजन 91: 1-2
  32. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्ची सुरक्षा और रक्षा मिलती है।” – नीतिवचन 18:10
  33. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा संतोष और आनंद देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” — फिलिप्पियों 4:11-13
  34. “जो कोई प्रभु के वचन को याद रखता है, उसे सच्चा संतोष और आनंद का अनुभव होता है।” – भजन 16:11
  35. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा मार्गदर्शक और सतगुरु है, जो हमें सही राह पर चलने के लिए प्रेरित करता है।” – भजन 25: 4-5
  36. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा मार्गदर्शी और सतगुरु मिलाता है।” — यूहन्ना 14:26
  37. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा नया जीवन और बदलाव देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” – 2 कुरिन्थियों 5:17
  38. “जो कोई प्रभु के वचन को मानता है, उसे सच्चा नया जीवन और बदलाव का अनुभव होता है।” — रोमियों 12:2
  39. “प्रभु हमारे लिए एक सच्ची शांति और सुकून का साधन है, जो हमें सभी व्याकुलता से मुक्ति देता है।” — यूहन्ना 14:27
  40. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा शांति और सुकून मिलता है।” — फिलिप्पियों 4:6-7
  41. “प्रभु हमें अपने अनुग्रह से सच्चा विश्वास और आस्था देता है, इस्लिए हमें उसमे विश्वास रखना चाहिए।” – इब्रानियों 11: 1
  42. “जो कोई प्रभु के वचन को याद रखता है, उसको सच्चा विश्वास और आस्था का अनुभव होता है।” — रोमियों 10:17
  43. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा उद्धारक और रचैता है, जो हमें सभी पापों से मुक्ति देता है।” — यशायाह 43:11
  44. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा उद्धारक और रचित मिलाता है।” – 1 तीमुथियुस 2:3-4
  45. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा समर्पण और सेवा भाव देता है, इसमें हमें विश्वास रखना चाहिए।” — मत्ती 20:28
  46. “जो कोई प्रभु के वचन को मानता है, उसे सच्चा समर्पण और सेवा भाव का अनुभव होता है।” — मरकुस 10:45
  47. “प्रभु हमें आपके अनुग्रह से सच्चा प्रेम और दया देता है, इसलिये हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए।” – 1 यूहन्ना 4:7-8
  48. “जो कोई प्रभु के वचन को याद रखता है, उसे सच्चा प्रेम और दया का अनुभव होता है।” — रोमियों 13:10
  49. “प्रभु हमारे लिए एक सच्चा सहायक और साथी है, जो हमेशा हमारे साथ होता है।” – भजन 46: 1
  50. “जो कोई प्रभु के शरण में है, उसको प्रभु के वचन के द्वारा सच्चा सहायक और साथी मिलाता है।” – भजन 121: 1-2

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